सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

अलका लांबा को गाली देना संघ - भाजपा को महँगा पड़ गया ।

नमस्कार , कल ट्विटर पर भाजपा आईटी सेल और संघ के लोगों ने जिस तरह से कांग्रेस की नेता और पूर्व विधायक अलका लांबा जी को टारगेट किया और उन्हें गलत शब्द कहें वो संघ - भाजपा के महिलाओं के प्रति घटिया मानसिकता को दिखाता है।पूर्व काल में जैसे महिलाओं को घरों में बंधकर रहना पड़ता और सती प्रथा जैसी कुप्रथा चलता था संघ - भाजपा की सोंच भी महिलाओं के प्रति कुछ उसी प्रकार है। संघ - भाजपा यही चाहता है की महिलाओं की वही पूर्व दशा हो जिसमें उनपर कई पाबंदियां थी और महिलाओं पुरुषों के सामने मुँह उठाकर ना बोलें और समाज पितृसत्तात्मक हो। pic source twitter  अलका लांबा के राजनीतिक जीवन को जब आप देखेंगे तो एक साधारण छात्र राजनीति से शुरुआत करने वाली अलका लांबा आज देश के बड़े और सुर्खियों में रहने वाले नेताओं में शुमार है और इसके पीछे का कारण है की हर सुख - दुःख में देश के जनता के साथ खड़ा रहना और उनके लिये आवाज उठाना।अलका लांबा जिस बेबाकी से बोलती है शायद वही संघ - भाजपा को खटक गया और फिर उन्होंने अपने घटिया मानसिकता का प्रदर्शन ट्विटर पर अलका लांबा को गाली देकर किया।लेकिन संघ - भाजपा का यह दांव उल्
हाल की पोस्ट

इस कोरोना के विपदा में मिसाल कायम कर रहें है पंजाब के कांग्रेस सीएम केप्टन अमरिंदर ।

कांग्रेस उस पार्टी का नाम है जिसने हर बुरे वक्त में इस देश को बचाने और फिर से खड़ा करने में अपना सौ प्रतिशत योगदान दिया है।कांग्रेस की विचारधारा ही जनसेवा और मानव कल्याण से जुड़ा है।अभी विश्व सहित देश में कोरोना महामारी ने सभी लोगों को परेशानियों में डाल दिया है। इस विपदा सभी अपने - अपने हिसाब से लड़ रहें है लेकिन इस लड़ाई में कुछ ऐसे भी नाम है जिन्हें इतिहास याद रखेगा। कहीं ना कहीं मैं समझता हूँ की यह विपदा राष्ट्रीय सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर के नेताओं की भी परीक्षा की घड़ी भी है।भविष्य अभी के नेताओं को उनके कार्यो के आधार पर तय करेगा की कौन बेहतर नेतृत्व करने लायक है जिसने इस विपदा में अपने नीति और दूरदर्शिता से अपने लोगों को बचाने का प्रयत्न किया है।  पंजाब में जहाँ अबतक 46 कोरोना के केस पॉजिटिव पाएँ गएँ है वहाँ केप्टन अमरिंदर के नेतृत्व में लोगों के लिये और कोरोना से बचाव के लिये कुछ बेहतर कदम उठा रहें है जो की काबिलेतारीफ है और यही कारण है की मैं सब से इसे साझा कर रहा हूँ।कहीं ना कहीं ये कांग्रेस की विचारधारा और राजनैतिक अनुभव ही है जिस कारण कैप्टन साहब वहाँ अच्छा कर रहें है।वैसे त

सरकार के दस बड़ी गलतियों के कारण आज भारत में कोरोना एक संकट बनकर उभर रहा है। पढ़िए वो दस बड़ी गलती

               हिमांशु शेखर झा (बीए हिस्ट्री ऑनर्स ) थोरा समय लगेगा लेकिन पुरा पढ़ें और अच्छा लगा तो शेयर जरूर करें। कोरोना के भारत आगमन में भारत सरकार की दस बड़ी गलतियां।मैं बार - बार आप सब से यही निवेदन करता हूँ की जिम्मेदार नागरिक बनिए सता और किसी व्यक्ती का भक्त नहीं।भक्त सिर्फ भगवान का बनिए वर्तमान समय में इन्सान का भक्त ना ही बनें तो बेहतर है...खैर इस पोस्ट को पुरा पढ़िए।  आज कोरोना देश में जिस तरह से बढ़ रहा है उससे हम सब भयभीत है और आज इसी वायरस के भारत आगमन में यहाँ के गवर्नमेंट और पीएम से जो दस बड़ी गलती कहें या लापरवाही कहें हुई है उसे आप सब से साझा कर रहा हूँ।ये मेरे अपने विचार है आपका सहमति भी हो सकता है और असहमति भी दोनों का स्वागत है बस मर्यादित और तार्किक टिप्पणी करें।  पहली गलती  कोरोना के बारे में पुरे दुनिया को पहली बार दिसंबर में पता चला जब यह चीन में काफी तेजी से फैला और वहाँ स्थिति बहुत ही चिन्ताजनक हो गया।ऐसे में उस वक्त जापान , सिंगापुर जैसे देशों ने खुद के देश को सुरक्षित करने के लिये प्रयास करने शुरू कर दिये।लेकिन भारत की सरकार बेफिक्र रही और हिंद

कोरोना वायरस । भारत अभी कौनसे स्टेज में है ।

विश्व अभी एक भयंकर महामारी से जूझ रहा है।चीन से निकला कोरोना वायरस ने पुरे दुनिया का नींद उड़ा रखा है।इस वायरस ने अबतक लाखों हजारों लोगों को काल के गाल में भेज दिया है और लाखों लोग इससे संक्रमित है।हर जगह त्राहिमाम की स्थिति हो चुका है और भारत भी इस महामारी से अब अछूता नहीं है।इटली के पर्यटकों से कोरोना का भारत में आगमन हुआ और वर्तमान में भारत में संक्रमित लोगों की संख्या 1000 को पार कर चुका है और अबतक 20 से अधिक लोगों की मृत्यु भी हो चुका है।अभी सबके मन में यही प्रश्न आ रहा है भारत में कोरोना अभी किस स्टेज में है और इस प्रश्न का उत्तर जानने से पहले यह समझना आवश्यक है की ये स्टेज होता क्या है ?  कोरोना वायरस के मुख्यतः चार स्टेज है और इसके कोई विशेष नाम नहीं है बल्कि स्टेज 1,2,3,4 के नाम से ही जानते है।अब इन चारों स्टेज के बारे में समझते है।  स्टेज एक  इस स्टेज में विशेष आयातित मामले होते है जो दुसरे देशों से आए हुये पर्यटक और यात्रियों में पाए जाते है। इस स्टेज में वायरस की पहचान और परीक्षण किया जाता है।  स्टेज 2 इस स्टेज में जो विदेश से आए व्यक्ती है उनसे उ

देश संकट में और मंत्री जी निश्चिंत होकर लुडो खेल रहें है

इस कोरोना के विपदा ने आपको भी सोचने और समझने का एक मौका दिया है की जिस पार्टी को आपने अपने माथे बिठाया और देश की गद्दी सौपा उस पार्टी के नेता आपके लिये क्या कर रहें है या कितने चिंतित है।मैं एक -कर सबके बारे में यहाँ आपको अपडेट दूँगा। pic source twitter  अभी देश में जो समस्या है वो एक वायरस का है जिसका नाम कोरोना है और यह लोगों के स्वास्थ पर असर डालता है और जाहिर सी बात है की ऐसे समय में सर्वाधिक सक्रिय स्वास्थ्य मंत्रालय और स्वास्थ मंत्री को होना चाहिऐ हालांकि किसी आपदा में सक्रियता तो सबकी बढ़नी चाहिऐ।इस तस्वीर को देखिए और समझिए की जिस स्वास्थ मंत्री को अभी आपकी चिंता करनी चाहिऐ वो निश्चिंत होकर लुडो खेल रहें है।यह निश्चिंतता बहुत कुछ बयां कर रहा है , यह बता रहा है की जनता से हमें बस चुनाव के वक्त मतलब रखना है।कुछ भावनात्मक बातें होंगी , हिंदू - मुसलमान होगा , भारत - पाकिस्तान होगा और देश के लोग हमें वोट करेंगे ही।यह निश्चिंतता आप पर भी सवाल खड़ा करता है की आप जब वोट करते है तो क्या सोचकर वोट करते है और आपको क्या प्राप्त होता है। मैं ट्विटर पर काफी सक्रिय रहता हूँ और अन्य देश

चीन वर्सेज अमेरिका ।कोरोना के आड़ में वैश्विक लीडर बनने की लड़ाई।

China Vs USA  अमेरिका और चीन के बीच जो वैश्विक प्रतिस्पर्धा है वो किसी से छुपा नहीं है।दोनों ही देश एक दुसरे को व्यापार से लेकर सैन्य मामलों में एक दुसरे से कड़ी प्रतिस्पर्धा रखते है हालांकि इस प्रतिस्पर्धा को कम करने के लिये कुछ दिन पहले इन दोनों महाशक्तियों के बीच एक ट्रेड डील भी हुआ लेकिन उस ट्रेड डील का कोई ज्यादा प्रभाव नहीं दिखा।अमेरिका और चीन एक दुसरे को वैश्विक स्तर पर नीचा दिखाने का हरसंभव प्रयास करते है।अभी तक अगर देखें तो अमेरिका कहीं ना कहीं चीन से आगे रहा है लेकिन चीन हार मानने वालों में से नहीं है वो हर वक्त फिराक में रहता है की कैसे अमेरिका को पीछे छोड़ा जाए। अभी पुरी दुनिया कोरोना नाम के वायरस से जूझ रहा है लेकिन अमेरिका और चीन पर्दे के पीछे खुद को शक्तिशाली बनाने में लगा हुआ है।इस खतरनाक वायरस का केंद्र तो चीन का वुहान शहर रहा है लेकिन चीन इस वायरस को फैलाने का आरोप अमेरिका पर लगा रहा है।चीन का कहना है की यह अमेरिकी मिलिट्री का बायो वेपेन है जो चीन को तबाह करने के उद्देश्य से बनाया गया है।वही अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप सहित तमाम बड़े अमरीकन नेता इसे कोरोना वायरस

अगर राहुल गाँधी जी के बातों पर गौर किया जाता तो आज भारत इतनी बड़ी मुसीबत में नहीं होता।

इस व्यक्ती को पप्पू कहते हुये आपको शर्म आनी चाहिये। देश का इकलौता नेता जिसने आपकी चिंता करना सबसे पहले शुरू किया और अगर उस वक्त इनका सुना गया होता तो आज भारत सुरक्षित होता आप सुरक्षित होते । राहुल गाँधी :Pic Source Google  कुछ लोग जिन्हें 'पप्पू' का सम्बोधन देते आए हैं ये उनके ट्वीट है तारीख पर भी ध्यान दीजिएगा ....... -कोरोना वायरस पर राहुल गांधी के कुछ ट्वीट 31 जनवरी : चीन में कोरोनावायरस ने सैकड़ो लोगों की जान ली है। मेरी संवेदनाएं पीड़ितों के परिवार और उन लाखों लोगों के साथ हैं जो वायरस को फैलने से रोकने के लिए क्वारंटाइन कर दिए जाने को मजबूर हैं। उन्हें इस अजीब मुश्किल से निकलने की शक्ति और हिम्मत मिले। 12 फरवरी कोरोना वायरस हमारे लोगों और हमारी अर्थव्यवस्था को बेहद गंभीर खतरा है। मेरी समझ है कि सरकार इस खतरे को गंभीरता से नहीं ले रही है। समय पर कार्रवाई महत्वपूर्ण है। 3 मार्च हरेक राष्ट्र के जीवन में ऐसे क्षण आते हैं जब नेताओं की जांच होती है। सच्चा नेतृत्व वायरस द्वारा भारत और इसकी अर्थव्यवस्था पर आने वाले विशाल संकट को टालने पर पूरी तरह केंद्रित रहेगा